• मुगलों से नहीं, छत्रपति शिवाजी महाराज से आगरा की पहचान : सीएम योगी

    उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के 8 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आगरा में आयोजित जनपदीय विकास उत्सव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिस्सा लिया

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    आगरा। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के 8 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आगरा में आयोजित जनपदीय विकास उत्सव में बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिस्सा लिया। सीएम योगी ने प्रदेश सरकार की सेवा, सुरक्षा और सुशासन की नीति के तहत राज्य में हुए विकास कार्यों को जनता के सामने रखा।

    इस दौरान सीएम योगी ने केंद्र और प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद किया, जनकल्याणकारी योजनाओं पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया और 635 करोड़ रुपए की 128 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। कार्यक्रम में योगी सरकार के 8 वर्षों की उपलब्धियों को दर्शाने वाली 'एक झलक' रिपोर्ट कार्ड डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई।

    कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि आगरा की पहचान मुगलों से नहीं बल्कि ब्रजभूमि से है, वृंदावन बिहारी लाल और राधा रानी से है। आगरा की पहचान अगर किसी से है, तो वह छत्रपति शिवाजी महाराज से है। आगरा की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान है। ये किसी मुगलों से जुड़ी नहीं है। आगरा का संबंध ब्रजभूमि से है, वृंदावन बिहारी लाल और राधा रानी से है। आगरा की पहचान अगर किसी से है, तो वह छत्रपति शिवाजी महाराज से है। पूर्ववर्ती सरकार ने आगरा में एक म्यूजियम का निर्माण शुरू किया था और उसका नाम मुगल म्यूजियम रखा था।

    सीएम योगी ने इस पर सवाल उठाते हुए पूछा कि आखिर मुगलों का आगरा से क्या संबंध है? मेरी सरकार ने इस म्यूजियम का नाम छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर किया और इसके भव्य स्मारक के निर्माण की कार्ययोजना को भी आगे बढ़ाया जा रहा है। डबल इंजन की सरकार विरासत और विकास दोनों को प्राथमिकता दे रही है। हमने आगरा में पेठा और लेदर इंडस्ट्री को नई पहचान दी है, वहीं बटेश्वर को वैश्विक पटल पर लाने का काम भी डबल इंजन सरकार कर रही है।

    उन्होंने 2017 से पहले की सपा सरकार पर जमकर हमला बोला और उस दौर की अराजकता को याद दिलाया। उन्होंने कहा कि जिनकी उम्र 25 साल से ऊपर है, उन्हें 2017 से पहले का उत्तर प्रदेश याद होगा। उस समय अराजकता, गुंडागर्दी और माफियागिरी का बोलबाला था। नौजवानों के सामने पहचान का संकट था, अन्नदाता किसान आत्महत्या करने को मजबूर था, गरीब भूख से मरता था, व्यापारी और बेटियां असुरक्षित थीं। पर्व-त्योहारों से पहले लोगों के मन में डर रहता था कि कहीं दंगे न हो जाएं, कर्फ्यू न लग जाए। उस समय सड़कों पर गड्ढे, शाम होते ही अंधेरा और हर तीसरे दिन दंगों की खबरें उत्तर प्रदेश की पहचान बन गई थीं।

    उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि यह पहचान का संकट खड़ा करने वाले वही लोग थे, जो आज झूठ का पुलिंदा लेकर अनर्गल प्रलाप करते हैं। सीएम योगी ने विपक्ष पर विकास कार्यों में बाधा डालने और दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कोविड काल का जिक्र करते हुए कहा कि जब हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोविड के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे थे, तब विपक्ष सरकार से लड़ रहा था। वे कहते थे, टेस्ट मत करो, ट्रीटमेंट मत करवाओ, वैक्सीन मत लगाओ। लेकिन, डबल इंजन सरकार ने फ्री टेस्ट, फ्री ट्रीटमेंट, फ्री वैक्सीन और फ्री राशन देकर जनता की रक्षा की।

    उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का विरोध करने के लिए भी विपक्ष की आलोचना की। उन्होंने कहा कि जब 500 वर्षों बाद रामलला अयोध्या में विराजमान हुए, तब भी कांग्रेस और सपा ने दुष्प्रचार किया। पूरी दुनिया अभिभूत थी, लेकिन इनके घरों में सन्नाटा छाया था। हाल ही में संपन्न प्रयागराज महाकुंभ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने इस भव्य आयोजन में हिस्सा लिया, लेकिन विपक्ष तब भी दुष्प्रचार में लगा रहा। जब इनको सत्ता में मौका मिला, तो इन्होंने विकास नहीं किया और आज जब विकास हो रहा है, तो ये बैरियर बनने का काम कर रहे हैं।

    सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश के विकास की नई तस्वीर पेश करते हुए कहा कि 8 वर्ष पहले उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य कहलाता था, लेकिन आज यह देश की नंबर दो की अर्थव्यवस्था बन चुका है। आने वाले समय में यह नंबर एक की अर्थव्यवस्था बनेगा। डबल इंजन सरकार ने किसानों, युवाओं और गरीबों के लिए कई कदम उठाए। पहले किसान आत्महत्या करते थे, लेकिन हमने लघु और सीमांत किसानों की कर्ज माफी की। आज 2.62 करोड़ से अधिक किसानों को 80,000 करोड़ रुपए की सम्मान निधि दी जा चुकी है। 2,80,000 करोड़ रुपए गन्ना किसानों के खाते में भेजे गए हैं। अब हमारा अन्नदाता आत्मनिर्भर बनकर विकास में योगदान दे रहा है।

    सीएम योगी ने युवाओं के लिए किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि 8.30 लाख से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरी दी गई। हाल ही में 60,000 पुलिस भर्ती में 12,000 बेटियों का चयन हुआ। एमएसएमई के जरिए रोजगार के अवसर बढ़े। पहले सपा-कांग्रेस 'वन जिला, वन माफिया' बनाते थे, हमने 'वन जिला, वन मेडिकल कॉलेज' और 'वन जिला, वन प्रोडक्ट' दिया। आज यूपी में सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे, मेट्रो, रेलवे नेटवर्क, हाईवे और एयरपोर्ट हैं। सर्वाधिक खाद्यान्न, आलू, गन्ना और एथेनॉल उत्पादन में यूपी नंबर एक है।

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